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Elon Musk success story hindi | elon musk 1 best biography

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Elon Musk success story hindi –  Elon Musk एक ऐसा इंसान जो एक बार किसी काम को या creativity को  सोच लेता तो उसे सच करके ही दम लेता |

बस इस इंसान को कुछ सोचने की देर होती थी इधर इस इंसान ने सोचा नहीं की उधर उस काम को सच कर दिखाने के लिए पूरी जी जान लगा देता है | क्यो की इस इंसान के मन मे एक ही बात बैठी है वो ये की असंभव कुछ भी नहीं |

Elon Musk अधिकतर दुनिया के भविष्य को लेकर सोचते  रहते है | बचपन से ही ,10 साल की उम्र से  वो इतनी किताबे  पढ़ लिए थे की जितनी  एक ग्रेजुएट लेवल तक का इंसान भी नही पढ़ पाया होता है |

सदी मे ऐसे ,एक्स्ट्राओर्डिनरी, creative mind तथा सकारात्मक सोच वाले इंसान 3 या 4 ही पैदा होते है |

 

 

Elon Musk की कुछ खास बाते

फोब्स के अनुसार आज Elon Musk  21 सबसे प्रभाव शाली व्यक्तियों मे से एक हैं |

एक बात वो हमेशा कहते रहे की – problams सबसे बड़ी परेशानी नहीं  बल्कि उस प्रॉब्लम का सोलुशन  ढूँढना सबसे बड़ी परेशानी है |

अपनी इसी सकारात्मक सोच और बुलंद हौसलों के चलते तथा असफलता से बिना डरे इस इंसान ने स्पेस x नाम की स्पेस एजेंसी बना दी |

 

जो काम NASA नहीं कर पाया वो काम इस इंसान ने खूब सारी कितबे पढ़ कर तथा इंटरनेट से तमाम जानकारियाँ इकट्ठी करके  एक reusable रॉकेट बना कर रॉकेट की दुनिया मे क्रांति ला दी |

रिस्क और success को लेकर क्रिएटिव सोच वाले इस इंसान की सफलता और फेलियर की कहानी लोगो मे बहुत बड़ी प्रेरणा डालती हैं.

एलोन मस्क की पूरी कहानी रिस्क, फेलियर, और सफलता इन तीन पहलुओं के इर्द गिर्द है घूमती नजर आती हैं.

 

तो चलिये जानते है इस महान इंसान (elon musk) की अद्भुत सोच ,कामयाबिया,और संघर्ष की अनोखी दास्तां |

 

Elon Musk success story hindi | सदी का महान क्रांतिकारी आदमी

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Elon Musk biodata

Full Nmae (पूरा नाम) Elon Reeve Musk
Natonality (राष्ट्रियता) American
Date Of Birth (जन्म दिन) jun-28-1971
Birth Place (जन्म स्थान) Pretoria, Transvaal , South Africa
Mother Name (माता का नाम) Maye Musk (मई मस्क)
Father Name (पिता का नाम) Errol Musk
Education & Qualification (शिक्षा)  undergraduate from Queen’s University in Kingston, Ontario and later transferred to University of Pennsylvania to pursue a dual-degree, Bachelor of Science in Physics from Penn’s College of Arts and Sciences and Bachelor of Science in Economics from Wharton School of the University of Pennsylvania.
Profession’s Entrepreneur , Investor
Elon Musk की उपलब्धियां 
founder, CEO, and Chief Engineer Space X,paypal
CEO Tesla PVT
Co-founder of Neuralink, OpenAI, and Zip2,

 

Elon Musk  का जन्म  आज से 46 साल पहले  साउथ अफ्रीका के प्रेटोरिया  शहर मे 28 जून 1971 को हुआ | Elon Musk  के पिता जी एक एंजनियार होने के साथ साथ एक पाइलट भी थे|

 

उनकी माँ का नाम इमई मस्क था जो की एक मॉडल और डाइटीशियन थी | Elon Musk  बचपन से ही पढ़ने मे काफी दिलचस्पी रखते थे | 

 

किताबे पढ़ कर उनसे से नई नई जानकारियाँ न सिर्फ इनकी  यह होबिट्स और दिलचस्पी  थी बल्कि आगे चल कर kitabe पढ़ना इनका  जुनून बन गया और इन्ही  किताबों के ज्ञान की मदद से इन्होने अविश्वासनीय और अद्भुत काम कर डाले |

 

जहां एक तरफ 10  11  की उम्र मे बच्चे थोड़ी सी पढ़ाई करते और अधिक तर खेल कूद मे व्यस्त रहते वही दूसरी तरफ यह इंसान अपना अधिकतर समय किताबों को पढ़ने मे निकाल देता |

 

जिस किताब को अमूमन पूरी तरह पढ़ने मे 10 दिन लगते हैं वही यह जनाब ऐसी किताबों को तीन दिनो मे ही पढ़ के खत्म कर देते थे |

 

कितबे पढ़ने का इतना शौक था इन्हे की साल भर मे स्कूल की छोटी सी लाइब्रेरी की लगभग सभी किताबे पढ़ डाली थी और नई किताबे आने का इंतजार करते थे |

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12 साल की उम्र मे computer गेम बना डाली 

किताबे पढ़ने तथा उन किताबों से ज्ञान हासिल करने के इनके इस जुनून के चलते 10 की उम्र मे उनको कम्प्युटर चलाने तथा सीखने के प्रति बहुत रुचि हुई |

 

किताबें पढ़ने मे फोकस लेवल इतना ज़ादा था की किसी की आवाज़ इनको सुनाई नहीं देती थीं. किताबें पढ़ कर कोडिंग करना सीख लिया यानी programimg language सीख ली.

 

अब प्रोग्रामिंग लैड्ग्वेज तो आती ही थी जिसके बल पर 12 साल की उम्र मे गेम खेलते खेलते हुए घर पर कम्प्युटर से एक गेम बना डाला और उस गेम को उन्होने 500 डॉलर के अंदर पहली दफा एक online कंपनी को सेल कर दिया | 

इसका मतलब यह है की इंसान किताबों को पढ़ कर सीख समझ कर खुद भी बहुत कुछ कर  सकता है |

Elon musk ki success story in hindi को पढ़ना जारी रखे.

 

आपको यह जानकर हैरानी होगी की यह प्रोग्रामिंग Elon Musk  ने किसी ट्रेनिंग या institue  से नहीं सीखी थी बल्कि किताबों को पढ़ कर ही बार बार प्रोग्रामिंग करते रहे और प्रोग्रामिंग सीख ली |

 

यहीं से Elon Musk  की प्रतिभा साफ साफ झलकने लगी  थी |

 

यहा से मिला टेक्नोलोजी का ज्ञान 

वह बचपन मे आइजेक असीमों की टेक्नोलोजी पर बेस्ड किताबे पढ़ा करते थे | इसी वजह से बहुत कम उम्र से ही उनको टेक्नोलोजी का अच्छा ज्ञान हासिल हो गया था |

 

बचपन मे Elon Musk  को स्कूल के दिनो मे बहुत परेशान किया जाता था | एक बार तो कुछ लड़को के ग्रुप ने उन्हे सीढ़ियों से धक्का दे दिया और उन्हे तब तक मारा जब तक वह बेहोश न हो गए | इसके चलते Elon Musk  कई दिनो तक hospital मे भर्ती रहे |

 

भले ही बचपन मे Elon Musk  को इतनी सारी दिक्कतें  झेलनी पड़ी लेकिन आगे चल कर Elon Musk  ने मानवता के  हित के लिए बहुत ही सराहनीय काम किये|

 

17 साल की उम्र से Elon Musk  ने क्वीन यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई आरंभ की | वह पर दो साल पढ़ने के के बाद वह यौनिवेर्सिटी ऑफ पेंसिलियानिया शिफ्ट हो गए |

 

यहाँ पर Elon Musk  ने  1992 मे फिजिक्स की बेचलर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की |

 

(Elon musk की जिंदगी से प्रेरित होने के लिए Elon musk ki success story in hindi को पढ़ना जारी रखे. )

 

 तरह तरह की किताबे पढ़ते हुए Elon Musk ने डिसाइड कर लिया था की वह कुछ ऐसा बिज़नस करेंगे जो मानवता हित के लिए परोपकारी साबित हो |

 

जिसके चलते 1995 मे Elon Musk  PHD करने लिए केलिफोर्निया शिफ्ट हो गए | लेकिन वहाँ पर रिसर्च शुरू करने के मात्र 2 दिन के अंदर ही उन्होने पढ़ाई छोड़ दी और एक सफल व्यवसायी बनने के लिए अपने कदम बढ़ा लिए |

 

उस समय अलग अलग दामों मे कई प्रकार की यलो बुक्स हुआ करती थी जिसमे अलग प्रकार की जानकारियां होती थी.
उस समय इंटरनेट (internet) नया नया आया था.

 

उन दिनों एलोन मस्क Internet खूब use किया करते थे. इंटरनेट की अहमियत को जानने समझने के बाद एलोन मस्क ने अंदाजा लगा लिया था की आने वाले समय मे इसी का बोल बाला रहेगा.

 

जिसके चलते एलोन ने यलो बुक्स की तमाम जानकारियों को लोगो तक आसानी से पहुँचाने के लिए इंटरनेट का सहारा लिया यानी इन सब को इंटनेट पर डाल दिया ताकि हर कोई free मे इन जकनकारियों को हासिल कर सके.

 

इसके लिए उन्होंने अगस्त 1995 मे  Elon Musk  ने अपने भाई के साथ JIP2  नाम की एक software company शुरू की | जिसे आगे चलकर कोमपेक नाम की दिग्गज कंपनी ने 307 मिलियन डॉलर  देकर खरीद ली | 

 

इस कंपनी के बिकने के बाद Elon Musk  को अपने 7% शेयर के हिसाब से कुल 22 मिलियन डॉलर मिले |

 

इसके बाद Elon Musk  ने इन पैसो मे से 10 मिलियन डॉलर का इनवेस्टमेंट करते हुए एक financials सर्विस देने वाली कंपनी X.COM की स्थापना की |

 

एक साल बाद यह कंपनी कोनफ़िनिटी नाम की एक कंपनी के साथ जुड़ गई | 

 

कोनफ़िनिटी – money transfer servise देने वाली वही कंपनी है जिसे हम आज paypal के नाम से जानते है |

 

और तब से लेकर आज तक भी paypal  इंटरनेशनली तौर पर लोगो के बीच money transfer का सबसे लोकप्रिय माध्यम रहा है |

 

इसके बाद 2002 मे ebay नाम की एक बहुत बड़ी online shoping कंपनी ने इसे 15 बिलियन डॉलर की  एक अविश्वनीय रकम देकर खरीद  लिया |

 

 

इसमे Elon Musk को 165 मिलियन डॉलर मिले | Elon Musk paypal मे सबसे बड़े शेयर होल्डर थे |

 

मानवता हित के लिए एक visionary सोच रखने वाले एलोन मस्क  (Elon Musk) धरती पर बढ़ते पोलुशन(polution) और गर्मी की वजह से वह समझ गए थे की मानव भविष्य खतरे मे है.

 

जिस हिसाब से दुनिया भर मे पॉपुलेशन (population) तेजी से बढ़ रही है उस हिसाब से धरती पर सीमित संसाधन तेजी से खत्म भी हो रहे है साथ साथ बेरोजगारी (unemployment) भी आने वाले समय मे बहुत बढ़ जाएगी और  जल्दी है चारो तरफ तबाही जा मंजर होगा.

 

इस सोच के चलते उन्होंने ठान लिया की मैं मंगल पर मानव सभ्यता की शुरुआत करूंगा. ग्रीन हाउस इफ़ेक्ट के जरिये मंगल ग्रह पर खेती करना तथा मानव सभ्यता का विकास करना जैसे अपनी आती महत्वकांक्षी योजनाओं को reality मे बदलने के लिए यह एक छोटा सा एक्सपेरिमेंट करना चाहते थे.

 

इस  तरह मंगल तक लोगो को लेजाने के लिए वह 2001 से ही  इस पर काम कर रहे थे.

 

इसके लिए धरती से मंगल तक अनुमानित पेलोड लें जाने के लिए लाइट रीफ़र्बिश्ट इंडियन कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल्स की जरुरत थी जिसे खरीदने के लिए वह मास्को पहुँच गए.

 

(एलोन मस्क की जिंदगी से कुछ सीखने के लिए और जीवन मे कुछ बड़ा करने के लिए Elon musk ki success story in hindi को पढ़ना जारी रखे.)

 

वहाँ यह एक रॉकेट बनाने वाली कम्पनी के पास गए. वहाँ पर इनको एक  मिसाइलऔर रॉकेट का दाम 8 मिलियन डॉलर बताया गया. बहुत बार्गेनिंग के बाद भी रेट कम  नहीं किया. एलोन मस्क (Elon Musk) वहां से निराश हो कर वापिस आगए.

 

क्योंकि यह रेट तो उनकी बजट से बहुत अधिक था. मिसाइलों का रेट उनके अंदाजे से बहुत अधिक निकला |

लेकिन निराश होने के बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी वह कई दिनों तक बहुत सी ऐसी कंपनियों के पास गए जहाँ रॉकेट  के अलग अलग पार्ट्स बनाए जाते थे और असेंबली किये जाते थे वहां एलोन ने हर रॉकेट से जुड़े हर रेट और खर्चे की जानकारी इकठ्ठा की.

 

कुछ दिनों की तमाम जानकारियों के बाद ज़ब केलकुलेसन  किया गया तो पूरे रॉकेट के बनने की लागत उस लागत से बहुत है कम आई जिस रॉकेट को वो खरीदना चाहते थे.

 

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इन सब के बाद  उन्होंने तय कर लिया की क्यों ना एफोर्डेबल रॉकेट बनाया जाए. बस फिर क्या था इसके लिए जनाब ने खुद ही किताबों और इंटरनेट की मदद से खूब  सारी जानकारी जुटाई और अच्छे से सारे रॉकेट साइंस को  समझ कर एक टीम बनाई और एक spacex नाम की कम्पनी तैयार कर दी.

 

जिसमे उनका उदेश्य रॉकेट टेक्नोलॉजी को उपयोग मे  लाते हुए space लॉन्च विहिकल बनाना था.

 

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एलोन मस्क (Elon Musk) ने 165 मिलियन डॉलर मे से 100 मिलियन डॉलर से space x  कम्पनी की शुरुआत की.

 

इसके बाद एलोन मस्क (Elon Musk) ने भविष्य को लेकर एक ऐसा सपना देखा ,जिसमे उन्होने कहा की हम 2030 तक वह इन्सानो को मंगल पर बसाने  की पूरी कोशिश करेंगे |

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इसके बाद इसी सोच से  2003 मे  एलोन मस्क ने  दो लोगो के साथ मिलकर टेस्ला (tesla) नाम की कंपनी की शुरुआत भी की |

 

टेस्ला कम्पनी मे इन्वेस्टमेंट करने का मेन मकसद यहाँ भी लो cost पर इलेक्ट्रिक कार बनाना था.

टेस्ला कंपनी के इलेक्ट्रिक कार की खासियत से पूरी दुनिया वाकिफ है |

 

spacex ने 2006 मे अपना पहला रॉकेट लॉन्च किया. लॉन्च के 41 सेकंड बाद वो रॉकेट ब्लास्ट हो गया.

 

इसके बाद फिर से खूब पैसा इन्वेस्ट करके दूसरा रॉकेट बनाया और लॉन्च किया इस बार रॉकेट अंतरिक्ष तक तो गया लेकिन ऑर्बिट तक नहीं जा पाया.

 

इसके बाद फिर से तीसरा  रॉकेट तैयार किया और लॉन्च किया यह  रॉकेट तो स्पेस मे जाते ही off रुट हो गया.

 

एक तो रॉकेट के  लगातार फेलियर ऊपर से इतने रॉकेट्स को बनाने तथ्य लॉन्च करने मे इतना पैसा खर्च चुके थे की spacex कंपनी अब दिवालिया होने की कगार पर पहुँच चूकी थी.

 

इधर पैसे की शॉर्टेज के चलते टेस्ला कंपनी मे लगातार फंडिंग नहीं हो पा रही थी जिसके चलते  आपने अगले इलेक्ट्रिक विहिकल्स पर काम कर रही टेस्ला कंपनी  भी ठप हो गई और सारा काम रुक गया.

 

इतनी सारी टेंशन के बाद अगर कोई नार्मल इंसान होता तो कब का हार मान गया होता और कहीं जा कर मर गया होता लेकिन यह इंसान ना जाने किस मिट्टी का बना था. 

 

 

इस इंसान ने अब भी हार नहीं मानी ,हा निराश बहुत हुआ ,लेकिन इतना कुछ खो देने के बाद अब भी हौसले बुलंद थे.

 

इस बार एलोन ने सोचा अब एक आख़री दांव जो होगा देखा जाएगा. अब या तो सफल हो कर एक नया इतिहास बनाऊंगा या फिर कंगाल हो कर मेहनत करके पेट पालूंगा लेकिन अब पीछे नहीं हटूंगा.

 

बस फिर क्या था अपनी बची बुचि जो भी सम्पति थी सब कुछ दांव पर लगा कर चौथा रॉकेट तैयार किया.

 

 

रॉकेट के लॉन्च करने मे उल्टी गिनती शुरू कर दी गई. इधर सबकी नजरें उस रॉकेट पर थी जो अब या तो  एलोन मस्क के बेहतर भविष्य का निर्माण करने वाला था या फिर एलोन की जिंदगी तबाह करने वाला था.

 

इधर रॉकेट लॉन्च होने वाला था सबकी धडकने मानो रुक सी गई हो.

 

यकीन नहीं कर पाओगे यह मिशन saccess फुल रहा.

वो कहते है ना.  की समय हर इंसान की परीक्षा लेता है समय द्वारा रचे मुश्किल घड़ियों के इस खेल मे जो बिना हिम्मत हारे फिर खड़ा हो जाए तो बाजी उसी के हाथ मे.

 

इधर मिशन सफल हुआ नहीं की उधर नासा से डेढ़ बिलियन डॉलर के  प्रोजेक्ट  का कॉन्ट्रेक्ट भी दे दिया.

 

इसके बाद elon ने reusable रॉकेट बनाया. इसके बाद टेस्ला कम्पनी फिर से शुरू की गई.

(एलोन मस्क की सफलताओ से सीख लेकर जीवन मे कामयाब होने के लिए Elon musk ki success story in hindi को पढ़ना जारी रखे.)

 

2008 मे Elon Musk इस कंपनी के CEO बन  गए |

2006 मे मस्कने अपने कजन की कंपनी  सोलर सिटी को finanscial केपिटल मोहैया  करवा कर इसे शुरू करने मे अहम रोल अदा किया  |

इसके बाद 2013 मे सोलर सिटी united  स्टेट मे  सोलर पावर सिस्टम मोहैया करवाने वाली दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई |

आगे चल कर 2016 मे टेस्ला ने सोलर सिटी को अपने अंतर्गत ले लिया और  आज के समय मे सोलर सिटी पूरी तरह से टेस्ला के अंतर्गत ही काम करती है |

 

दिसंबर 2015 मे Elon Musk ने एक आर्टिफिसल एंटेलिजेंस रिसर्च कंपनी की शुरुआत की |कंपनी का  नाम open AI रखा गया जिसके जरिये वो  मानवता की सुविधा ,हित तथा सुरक्षा के लिए इस पर काम कर रहे थे 

 

2016 मे Elon Musk न्यूरालिंक नाम की कंपनी के co founder बने | यह कंपनी आर्टिफिसेल एंटेलिजेंस और ह्यूमन ब्रेन को आपस मे जोज़ने मे लगी हुई है | 

 

तो कुल मिलकर देखा आपने की कैसे Elon Musk अपनी अद्भुत क्रांतिकारी सोच के चलते मानवता हित के लिए कितने सारे काम कार रहे है |

 

तो उम्मेद करता हूँ की elon musk success story in hindi  से आपको बहुत प्रेरणा मिली होगी |

elon musk success story से हमे यह सीखने को मिलता है की 

 

ऐसी ही और प्रेरणादायक (motivational) success life story पढ़ने के लिए नीचे देखे.

 

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