ये कहानी सुनीता नाम की लड़की की है जो किसी लड़के से प्यार करती थीं लेकिन लड़की की शादी उसके घर वाले किसी और लड़के से कर देते ह तो चलिए जानते है उस शादी के बाद सुनीता की जिंदगी मे क्या हुआ.

एक बहुत बड़ी बहस - मान मनौवल और लाख समझाने बाद ज़ब लड़की की शादी उसकी इच्छा के बिना एक रमेश नाम के गवार लड़के के साथ कर दी गई तो सुनीता निराश मन लिए एक बहु और पत्नी के रूप मे लड़के के घर आगई थीं.

तभी सुहागरात के वक़्त लड़का दूध लेकर कमरे मे आता है. और सुनीता के पास बैठ जाता है. तभी उसकी पत्नी आँख नीचे किये गुस्से मे पति से कहती है, क्या तुम मुझे अकेला छोड़ सकते हो.

सुनीता की ये बात सुन कर रमेश बहुत उदास होता है.कुछ देर बाद रमेश मुस्करा कर बोलता है, अच्छा ठीक है तुम आराम करो, मे तो तुम्हारे लिए दूध लें कर आया था.

इतना कह कर रमेश कमरे से बाहर चला जाता है.इधर सुनीता अचरज मन से मन मार कर ही रह जाती है, की इसने झगड़ा क्यों नई किआ.

क्योंकि वो चाहती थीं की झगड़ा हो और कलेस हो ताकी वो उस गवार (रमेश) से तलाख लें सकें.समय बीतता गया सुनीता को ससुराल मे रहते 5 दिन बीत गए.

सुनीता अपना हर समय अपने कमरे मे ही रहती किसी से बात नहीं करती.रूम का दरवाज़ा बंद कर के वो बस मोबाइल मे सारा दिन अपने बॉयफ्रेंड से बात किया करती.

बॉयफ्रेंड उधर से सुनीता को दिमाग़ देता रहता ताकी वो ससुराल मे खूब कलेस करे और अपने पति से तलाख लें लें.

और उधर लड़के की माँ बिना शिकायत करे दिन भर घर का सारा काम करती थी.माँ सब के लिए खाना भी खुद ही बनाती थीं फिर भी फिर भी माँ के चेहरे पर मुसकान ही रहती थीं.

रमेश अब जैसे ही ऑफिस चला जाता. इधर सुनीता रमेश के जाने के बाद स्कूटरी लें कर अपने बॉयफ्रेंड के पास चली जाती मिलने के लिए. रमेश के आने से पहले ही वो अपने ससुराल वापिस आजाती थीं.

एक दिन रमेश के ऑफिस की छुट्टी थी. और वह घर पर ही था. इस बात का फायदा उठा कर सुनीता ने घर मे कलेस करने की सोची.तभी अचानक

चलिए नीचे बटन पर click करके जानते है की उस दिन ऐसा क्या हुआ की पत्नी की सोच ही बदल गई गलती का अहसास हुआ