जहाँ चार लोगो मे बैठ कर आप दूसरे लोगो की बुराई करते हो तो यकीन मानो

वहाँ से आपके जाने के बाद वही लोग आपकी बुराई करना शुरू कर देते है यही सच्चाई है.

इसलिए हो सके तो अपने इस स्वाभाव को बदल लें, कभी दुसरो की बुराई ना करे हो सके तो उनकी अच्छाइयों की बात करे.

देखना कल को आप अपने इसी स्वभाव की वजह से लोगो मे जाने जाएंगे, फिर जब उन चार लोगो मे आप नहीं होंगे तो आपकी वहाँ बड़ाई ही हो रही होंगी बुराई नहीं.

अपने कर्मो कि पेन्सिल से इतनी भी गलतियां मत करो कि पेन्सिल से पहले रबर घिस जाए और

अपने कर्मी कि पेन्सिल से लिखी गलतियों को मिटाने के लिए रबर को इतना मत घिसो कि जिंदगी का पेपर ही फट जाए.

जीवन मे अगर खुश रहना है तो स्वयं को शांत सरोवर कि तरह बनाए. जिसमे कोई अंगारा भी गिरे वी खुद   ठंडा हो जाए.

जिस तरह एक ठंडा लोहा एक गरम लोहे का आकार बदल देता है ठीक उसी प्रकार अपने स्वभाव को सदैव अच्छा रखे ठंडा रखे एक दिन आपके अच्छे स्वभाव से बुरे से बुरा इंसान भी बदल जाएगा |

बुरे वक़्त का एक बहुत बड़ा फायदा यह है कि फालतू के लोग जिंदगी से अपने आप निकल जाते है.

मोहोब्बत का सबक बारिश से सीखो जो फूलों के साथ साथ काटो पर भी बरसती है......