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Ratan tata biography hindi success story

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Ratan tata biography hindi success story – रतन टाटा का जीवन परिचय

आज ratan tata जी का जीवन परिचय हर इंसान के लिये एक बड़ी इंस्पिरेशन है.

यूँ तो भारत मे एक से एक महान व्यक्तित्व वाले इंसान हुए लेकिन ज़ब बात buiness – industrial क्रांति की हो रही हो तो राटा टाटा का नाम जरूर आता है.

रतन टाटा जी के जीवन मे बहुत उतार चढ़ाव आए, इसके बावजूद, देश को एक खुश हाल नेशन बनाने वाले उनके इरादे टस से मस ना हुए. देश मे किया गया टाटा परिवार का हर योगदान अतुलनीय है.

रतन टाटा ने कभी विवाह नहीं किया अपना सारा जीवन देश को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने मे लगा दिया.गरीबो के मसीहा के रूप मे सबसे बड़ा योगदान निभाया.

इसलिए रतन टाटा ना सिर्फ एक बड़े businessman बने, बल्कि एक महान व्यक्तित्व वाले इंसान बन कर भी उभरे है.

टाटा एम्पायर को तरक्की के आसमान तक पहुँचाने मे ratan tata का अहम रोल रहा है. टाटा group मे Ratan tata ने अपने जीवन का बहुत लम्बा समय दिया, इस बीच बहुत उतार चढ़ाव आए, फिर चाहे वो करियर life को या निजी life.

रतन टाटा जी हर तरह की मुश्किलों से उबरने की काबिलियत रखते है.

आज श्री, ratan tata जी सफलता और इंसानियत के उस मुकाम पर है जिसके लिये वो किसी परिचय के मोहताज़ नहीं.

Ratan tata, एक ऐसा नाम जिसे सुनकर हर हिन्दुस्तनी गौरवान्वित हो उठता है, जिन्होंने बतौर businessman अपना पूरा जीवन देश और देशवाशियों के लिए समर्पित किया।

आज ज़ब आप ratan tata biography को पढेंगे तो खुद भी गौरान्वित महसूस करेंगे.

कुछ तो बात है जो Ratan tata जी को महान बनाती है,  अक्सर लोग पूछते है की ratan tata इतना दान क्यों करते है, उनका जवाब था की वें चाहते है भारत के लोग ख़ुश रहे भारत आर्थिक मजबूती के साथ साथ ख़ुशहाल भी रहे, 

कितना संघर्ष भरा रहा ratan tata का जीवन, आखिर क्यों इन्हे महान व्यक्तित्व वाला कहा जाता है?तो चलिए,भारत मे बड़े सा बड़ा सम्मान हासिल करने वाले इस व्यक्ति का जीवन परिचय.

 

रतन टाटा जीवन परिचय – ratan tata biography hindi 

Sir Ratan tata का जन्म सन 1937 मे  गुजरात के सूरत जिले मे हुआ, उनके पिता जी का नाम नवल टाटा है उनके माता जी का नाम सुनु है।

ज़ब sir Ratan tata ji 10 वर्ष के थे उनके माता-पिता का डिवोर्स हो गया, इसलिए Sir Ratan Tata की परवरिश उनकी दादी जी नवजबाई टाटा ने की।यही वजह है कि दादीजी से ज्यादा लगाव रहा है.

Ratan tata जी की education 

शुरुआती शिक्षा मुंबई के कैंपियन स्कूल से प्राप्त की. उन्होने स्नातक कार्निल यूनिवर्सिटी लंदन से आर्किटेक्चर एंड स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की। अपनी शिक्षा के लिए Ratan tata जी होटल मे बर्तन धोते थे।फिर हार्वड विश्वविघालय से मैनेजमेंट प्रोग्राम किया

 

Chairman Ratan Tata – “संभाली” TATA कम्पनी की बागडोर 

सन 1961 से Sir Ratan Tata जी tata स्टील मे शॉप फ्लोर मिल मे काम किया। Tata परिवार के होने के बावजूद मजदूरों के साथ रहते थे और उनके साथ ही लाइन मे लग कर खाना खाते थे।

सन 1981 मे sir ratan tata को tata इंडस्ट्रीस का अध्यक्ष बनाया गया।

सन 1991 मे JRD Tata  द्वारा tata group का चेयरमेन बनाया गया। 

 

Ratan tata के नेतृत्व मे – 50 गुना बढाया profit 

अपने नेतृत्व मे Sir Ratan Tata जी ने Tata gruop का रेवेन्यू 40 गुना अर्थात 400% बढ़ाया और प्रॉफिट 50 गुना बढ़ाया, सिर्फ TCS अकेले इतना कैपिटलीजेशन है जितना पूरा पाकिस्तान की स्टॉक एक्सचेंज के बराबर। 4% GDP tata group कंट्रीब्यूट कर रहे है। 50000 करोड़ टैक्स का भुगतान कर रहे है।

Sir ratan tata के नेतृत्व मे TCS को लिस्ट किया Tata motors को न्यू यॉर्क stock एक्सचेंज मे पब्लिक किया जिससे अंतराष्ट्रीय आर्थिक दृठता मिले। Tetley, daewoo, corus और jaguar, land rover जैसी कम्पनी खरीद ली।

जमशेद जी टाटा जीवन परिचय 

Ratan tata की बड़ी असफलता 

Sir Ratan tata का सपना था भारत के सड़को पर भारत की बनी गाड़ियां चले, एक ऐसे गाड़ी जिसका प्रत्येक साधन भारत मे बनता हो, sir ratan tata जी ने एक टीम बनाई और पैसेंजर कार बनाने लगे, 1998 तक कार का निर्माण हो गया जिसका नाम रखा गया tata इंडिगो परन्तु auto analysis मे खरी नहीं उतरी वही दूसरी ओर ग्राहक का इस कार  के लिए नकारात्मक प्रतिक्रिया मिला। तब सबने इस कंपनी को बेचने का सुझाव दिया, बहुत नुकसान होने की वज़ह से ratan tata जी को यह सुझाव सही लगा।

 

Ratan tata जी का अपमान – असफलता को बदला सफलता मे 

यह प्रस्ताव लेके sir ratan tata अपनी टीम के साथ अमेरिका के एक बहुत बड़ी कार निर्माता कंपनी के मालिक बिल फोर्ड के पास गए, ज़ब sir ratan tata जी कार बेचने का प्रस्ताव रखा तब बिल फोर्ड ने यह तक कह दिया कि जब कार बनाने नहीं आती तो कार बनाते क्यों हो….यह कम्पनी खरीद कर हम तुम पर एहसान करने जा रहे है.

यह वह वाक्य था जो sir ratan tata जी के निर्णय को बदल दिया, वें भारत वापस आये और अपने प्रोजेक्ट पर कड़ी मेहनत की, रिसर्च किया, सुधार लाया गया, आखिर कार मेहनत रंग लायी और tata मोटर लॉन्च किया, कुछ ही समय मे ग्राहक की सकारात्मक प्रतिक्रिया से मुनाफा कमाने लगी।

 

अपमान का बदला – ratan tata ने खरीदी बड़ी कार कम्पनी

Ratan-tata

सन 2008 मे फोर्ड कंपनी की share बुरी तरह से गिरने लगे कंपनी बहुत नुकसान मे जा रही थी उस समय Sir Ratan tata ने फोर्ड के सामने jaguar, land rover को खरीदने का प्रस्ताव रखा। बिल फोर्ड ने यह प्रस्ताव खुशी खुशी अपनाया और कहा अपने यह प्रस्ताव रख कर मुझ पर एहसान किया.

 

Ratan tata की महान इंसानियत 

मुंबई का 26/11का हमला मे सबकी मदद की। उस हमला मे जिन लोगों की मृत्यु हुई उनके परिवार वालों को composition दिया,  साथ ही उनकी सैलरी भी देते रहे उनके बच्चों के शिक्षा की जिम्मेदारी ली, मेडिकल insurance दिया, शादी की जिम्मेदारी ली,  लोन का भुगतान किया और इतना ही नहीं ताज होटल के बाहर ठेलेवाले, पुलिसवाले, राहगीरों, चायवाले, पानवाले जिनके tata group से कोई सम्बन्ध नहीं उनकी भी मदद की।

देश जब भी आपातकाल यां महामारी से पीड़ित हुआ तब Sir ratan tata ने देश के मदद की 2020 मे कोरोना महामारी के दौरान 1000 करोड़ धनराशि की मदद की।

 

व्यक्तिगत जीवन – Ratan tata विवाह 

व्यक्तिगत जीवन कुछ असंतुलित था जहाँ 10 वर्ष की उम्र मे ही माता पिता का डिवीर्स हुआ, वही दादी ने उनका पालन पोषण किया सौतले भाई के साथ अपना बचपन बिताया , एक सवाल सबके मन मे होगा की sir ratan tata ने शादी क्यों नहीं की?

 

लॉस एंजेलिस मे ज़ब sir ratan tata नौकरी कर रहे थे तब उन्हें एक महिला से प्रेम हुआ और वें दोनों शादी के लिए तैयार हुए उसी दौरान sir ratan tata की दादी की तबियत ख़राब हो गई, तब sir Ratan tata ने उस महिला से कहा की भारत चल कर शादी करते है परन्तु महिला के माता पिता भारत और चीन के बीच हो रही युद्ध की वजह से मना कर दिया.

वहां भारत मे sir ratan tata इतंजार करते रहे और एक दिन खबर मिली की उस महिला की शादी हो गयी। इस वजह से आज तक sir ratan tata ने शादी नहीं की।

 

सन 1971 मे sir Ratan tata ne NELCO loss making कंपनी की बागडोर संभाली, अगले 3 वर्षो मे इसके share को 2% से 20% बढ़ाया परन्तु आपातकालीन और आर्थिक मंदी के कारण यह बंद करना पड़ा.

 

सन 1977 मे एक्सप्रेस मील सौपी गयी जोकि बंद होने के कगार पर थी ratan tata ने मैनेजमेंट से 50लाख का निवेश का प्रस्ताव रखा परन्तु यह प्रस्ताव ठुकरा दिया गया तो यह कंपनी भी बंद हो गयी

 

सन 2008 मे नेनो कार माध्यम वर्गीय लोगों को ध्यान मे रख कर बनाई गयी,  शुरुआत मे ग्राहक की प्रतिक्रिया अच्छा था फिर यह car ko cheap कार कहा जाने लगा जिस वजह से यह कंपनी बंद हो गई. यह भी रतन टाटा की बड़ी असफलताओं मे से एक थी.

असल मे देखा जाए तो भारतीय लोगो की गलत मानसिकता की वजह से टाटा नेनो को असफलता का मु देखना पड़ा. यह भारतीय लोगो का दुर्भाग्य था जो टाटा नैनो का सही मतलब समझ एवं उसका उपयोग समझ ही नहीं पाए.

Ratan tata का धोखेबाज मैनेजर

Sir Ratan Tata ने 28 दिसम्बर 2012 को इस्तीफा दिया उसके बाद साइरस मिस्त्री नियुक्त किये गए, साइरस मिस्त्री को वर्ष 2016 मे नियुक्त किया,  किसी कारणवश साइरस मिस्त्री को tata group से निकल दिया,

इस निर्णय से sir ratan tata की खूब आलोचना हुई, परन्तु सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया कि साइरस मिस्त्री ने धोखाधड़ी की है, उसके बाद 2016 से 2017 तक sir ratan tata ने tata group संभाला, सन 2017 नटराजन चंद्रशेखरन को जिम्मेदारी सौपी गई।

 

Ratan tata की उपलब्धी

Sir Ratan tata को सन 2000 मे पद्मभूषण और सन 2008 मे पद्मविभूषण प्राप्त हुआ।

 

Ratan tata समय का मूल्य 

Sir ratan tata समय का मूल्य काफ़ी अच्छे से जानते थे। उनके लिए हर एक मिनट के कीमत थी इसलिए अधिकतर मीटिंग वें कार मे यात्रा करते हुए करते है। एक बार मीटींग मे जाते वक़्त गाड़ी पंचर हो गया तब सभी कार से उतरकर इधर उधर घूमने लगे और ड्राइवर उतरकर पंचर बनने लगा उस दौरान सबने देखा की ratan tata ड्राइवर के साथ गाड़ी का पंचर बना रहे ज़ब बाकि सहयात्री ने पूछा आप क्यों पंचर बना रहे हो 

Sir Ratan Tata ने 28 दिसम्बर 2012 को इस्तीफा दिया उसके बाद साइरस मिस्त्री नियुक्त किये गए, साइरस मिस्त्री को वर्ष 2016 मे 

 

Ratan tata biography निष्कर्ष :-

तो दोस्तों! उम्मीद करता हूं टाटा जी के इस पूरे जीवन परिचय से बहुत inspiration मिली होगी.

रतन टाटा जी के पूरे जीवन परिचय से बहुत सी सीख मिलती है जिनमे से एक है की जीवन मे कभी हार नहीं माननी चाहिये हमेशा मन को मजबूत रखो, अपनी असफलताओं से सीखो और आगे बढ़ो.

किसी के द्वारा किये अपमान के गुस्से को सही जगह पर लगाओ.

हम अपने blog पर ऐसी ही motivational stories in hindi लेकर आते रहते है जो आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आतीं है और मन को मजबूत बनाती है. Success stories से जीवन में बिना हार माने जीवन में लगातार आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती रहती है.

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